संयुक्त होम लोन (Joint Home Loan) में आप और आपकी पत्नी दोनों मिलकर लोन के लिए आवेदन करते हैं, जिससे लोन की राशि ज़्यादा मिलती है, ब्याज दर कम हो सकती है, और टैक्स में भी राहत मिलती है।

पत्नी के साथ होम लोन लेने के फायदे
1. ज्यादा लोन राशि
पति-पत्नी की संयुक्त आय (joint income) के आधार पर बैंक आपको अधिक लोन देने को तैयार होते हैं।
2. दोनों को टैक्स में छूट
यदि आप दोनों प्रॉपर्टी के सह-मालिक हैं:
- ₹2 लाख तक ब्याज पर छूट – धारा 24(b) के तहत
- ₹1.5 लाख तक मूलधन पर छूट – धारा 80C के तहत
(यह दोनों को व्यक्तिगत रूप से मिल सकता है)
3. महिला को ब्याज दर में छूट
बैंक महिलाओं को आमतौर पर 0.05% से 0.10% कम ब्याज दर पर लोन देते हैं, यदि वह मुख्य आवेदक हों।
4. EMI चुकाने में सुविधा
दोनों की आमदनी से EMI चुकाना आसान हो जाता है।
5. क्रेडिट स्कोर में सुधार
समय पर EMI चुकाने से दोनों का CIBIL स्कोर बेहतर होता है।
कम ब्याज दर पर संयुक्त होम लोन देने वाले बैंक (जून 2025)
बैंक का नाम | महिला के लिए ब्याज दर | सामान्य दर | मुख्य विशेषता |
---|---|---|---|
बैंक ऑफ महाराष्ट्र | 7.80% प्रति वर्ष | 7.85% | सबसे कम ब्याज दर |
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया | 7.85% प्रति वर्ष | 8.00% | कुछ योजनाओं में कोई प्रोसेसिंग फीस नहीं |
एसबीआई (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) | 8.00% प्रति वर्ष | 8.10% | महिलाओं को 0.05% की छूट |
पीएनबी (पंजाब नेशनल बैंक) | 8.00% प्रति वर्ष | 8.05% | ऑनलाइन ट्रैकिंग की सुविधा |
HDFC लिमिटेड | 8.50% प्रति वर्ष | 8.60% | फ्लेक्सिबल EMI विकल्प |
एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस | 8.45% प्रति वर्ष | 8.50% | 30 साल तक की लंबी अवधि |
ध्यान दें: ब्याज दरें आपके क्रेडिट स्कोर, लोन राशि और कार्यक्षेत्र के आधार पर बदल सकती हैं।
पत्नी के साथ संयुक्त होम लोन लेने की प्रक्रिया
चरण 1: पात्रता जांचें (Eligibility)
- आयु: 21–65 वर्ष
- दोनों की नियमित आय होनी चाहिए
- CIBIL स्कोर 700+ होना बेहतर है
चरण 2: प्रॉपर्टी का चयन करें
ध्यान दें कि आपकी पत्नी का नाम रजिस्ट्री में होना चाहिए ताकि टैक्स लाभ मिल सके।
चरण 3: बैंक चुनें
ब्याज दर, प्रोसेसिंग फीस, और शर्तें सभी बैंकों में अलग-अलग होती हैं।
चरण 4: आवश्यक दस्तावेज़ जुटाएं
दोनों के लिए ज़रूरी दस्तावेज़:
- आधार कार्ड, पैन कार्ड
- आय प्रमाण (सैलरी स्लिप, ITR)
- पता प्रमाण
- बैंक स्टेटमेंट (6 महीने)
- विवाह प्रमाण पत्र (शादी का प्रमाण)
- प्रॉपर्टी से संबंधित दस्तावेज़
चरण 5: आवेदन करें
ऑनलाइन या बैंक ब्रांच में जाकर आवेदन करें। दोनों को आवेदन फॉर्म और लोन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करने होंगे।
चरण 6: लोन स्वीकृति और राशि जारी
बैंक द्वारा डॉक्युमेंट्स वेरिफिकेशन और CIBIL जांच के बाद लोन स्वीकृत होता है।

अतिरिक्त सुझाव
- पत्नी को मुख्य आवेदक (Primary Applicant) बनाएं — इससे ब्याज दर में छूट और स्टांप ड्यूटी में बचत हो सकती है।
- कुछ राज्यों में महिलाओं के नाम पर प्रॉपर्टी खरीदने पर स्टांप ड्यूटी 1–2% कम होती है।
ध्यान देने योग्य बातें
- दोनों पर लोन चुकाने की समान जिम्मेदारी होती है।
- EMI न चुकाने पर दोनों का CIBIL स्कोर खराब हो सकता है।
- यदि दोनों टैक्स छूट लेना चाहते हैं, तो दोनों को EMI में योगदान देना होगा।
संयुक्त होम लोन के लिए दस्तावेज़ों की चेकलिस्ट (पति-पत्नी दोनों के लिए)
पहचान प्रमाण (Identity Proof)
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- पासपोर्ट / ड्राइविंग लाइसेंस (वैकल्पिक)
पता प्रमाण (Address Proof)
- आधार कार्ड
- पासपोर्ट
- बिजली / पानी का बिल
- बैंक पासबुक
आय प्रमाण (Income Proof)
यदि Salaried हैं:
- पिछले 3 महीने की सैलरी स्लिप
- पिछले 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट
- फॉर्म 16 या IT रिटर्न
यदि Self-employed हैं:
- पिछले 3 वर्षों के ITR
- व्यवसाय का पंजीकरण प्रमाण
- चालू खाता बैंक स्टेटमेंट (6 महीने)
वैवाहिक प्रमाण
- विवाह प्रमाण पत्र
- या विवाह की तस्वीरें (कुछ बैंक यह स्वीकारते हैं)
प्रॉपर्टी दस्तावेज़
- सेल डीड / एग्रीमेंट टू सेल
- नख्शा (approved layout)
- प्रॉपर्टी टैक्स रसीद
- NOC (यदि आवश्यक हो)

निष्कर्ष
पत्नी के साथ संयुक्त होम लोन न सिर्फ आपके घर खरीदने के सपने को पूरा करता है, बल्कि यह एक आर्थिक रूप से समझदारी भरा निर्णय भी है।
अधिक लोन, कम ब्याज दर, टैक्स में छूट और EMI साझा करना – यह सब इसे फायदे का सौदा बनाते हैं।
Leave a Reply